Bharatiya Janata Party के वरिष्ठ नेता और बिहार के Former Deputy Chief Minister Sushil kumar modi इस दुनिया में नहीं रहे।वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और कैंसर की बीमारी का इलाज दिल्ली के एम्स अस्पताल से करवा रहे थे। सोमवार रात उन्होंने कैंसर की बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स में अपनी अंतिम सांस ली ।सुशील मोदी का नाम बिहार बीजेपी के बड़े नेताओं में शामिल था। पिछले दिनों उनके कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिखाई दी थी, जिसमें काफी हद तक कमजोर दिखाई दे रहे थे। तब सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि वह कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं और उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत करवा दिया है, साथि उन्होंने अपने संदेश में लिखा था कि वे अब लोकसभा चुनाव में सक्रिय नहीं रह पाएंगे शायद उसी समय सुशील कुमार मोदी को भी आभास हो चला थाउसी कि वे शायद अब बच नहीं पाएंगे सुशील कुमार मोदी के आकस्मिक निधन से उनके परिवार में शोक के लहर है, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जाहिर किया है।
Sushil kumar modi का राजनीतिक सफर
5 जनवरी 1952 को सुशील कुमार मोदी का जन्म पटना जिले के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था, बहुत कम लोग जानते हैं कि सुशील कुमार मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आजीवन सदस्य रहे हैं।जेपी आंदोलन में विद्यार्थी नेता के तौर पर उभरे सुशील कुमार मोदी ने राजनीति में करीब 5 दशक का एक लंबा सफर तय किया था।1971 में सुशील कुमार मोदी ने छात्र राजनीति से कैरियर की शुरुआत की थी इसके बाद युवा नेता के तौर पर इनकी पहचान विश्वविद्यालय से होते हुए राज्य की राजनीति तक पहुंच गई थी। साल 1990 में सुशील मोदी ने विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीतकर विधायक बन गए थे इसके बाद बिहार की राजनीति में उनका कद साल दर साल बढ़ता चला गया। जैसे-जैसे भाजपा बड़ी सुशील मोदी का कद भी बढ़ता चला गया। 2004 में उन्हें लोकसभा का टिकट मिला सुशील कुमार मोदी ने भाजपा के टिकट से Bhagalpur से Member of parliament बन गए ।2005 में राजनीतिक समीकरण बदले और वह संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिए और बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए तब वह विधानसभा परिषद के ही सदस्य थे। सुशील कुमार मोदी 2005 से 2013 तक और 2017 से 2020 तक बिहार के वित्त मंत्री भी रहे वर्ष 2020 फिर से जब एनडीए की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते थे, कि सुशील कुमार मोदी ही डिप्टी सीएम बने लेकिन भाजपा के बड़े नेता उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। कैंसर की घोषणा करते समय तक राज्यसभा सांसद भी रहे थे।पिछले महीने उनका कार्यकाल खत्म हुआ था और उन्हें ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी की वे कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।
Sushil kumar modi की निजी जीवन
सुशील मोदी के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने ईसाई धर्म की डॉक्टर जैसी से प्रेम विवाह किया था दोनों की पहली मुलाकात एक ट्रेन में हुई थी जैसी पैसे से प्रोफेसर है और वर्तमान समय में पटना विश्वविद्यालय की वूमेंस ट्रेनिंग कॉलेज की प्राचार्य है ।सुशील कुमार मोदी और जेसी के दो बेटे भी है जिनका नाम उत्कर्ष और अक्षय है, दोनों ही बेटे राजनीतिक लाइन लाइट से दूर रहते हैं बता दे कि लालू प्रसाद यादव के बाद सुशील कुमार मोदी बिहार के मात्र ऐसे नेता है, जिन्होंने राज्यसभा लोकसभा बिहार विधानसभा परिषद और बिहार विधानसभा के सदस्य रहने की उपलब्धि प्राप्त की है। देश उन्हें एक महान नेता और उनके उपलब्धियां को हमेशा याद रखेगा।